Electric Scooter vs Petrol Scooter : हम यहां पर आपको यहाँ बताएंगे की इलेक्ट्रिक और पेट्रोल स्कूटर में से कौन बेहतर है। किस स्कूटर को लेना ज्यादा फायदेमंद रहने वाला है। इसके साथ ही बता रहे हैं कि इलेक्ट्रिक और पेट्रोल स्कूटर के फायदे और नुकसान क्या है। पर्यावरण के अनुकूल रखरखाव लागत चलने की लागत और Features में कौन बेहतर है।

कुछ वर्षों से Electric Scooter की डिमांड Petrol Scooter की तुलना में बढ़ी है। वहीं, बहुत से लोग Electric Scooter पर्यावरण के अनुकूल और कुशल परिवहन के साधन के रूप में भी खरीद रहे हैं। वहीं, भारतीय बाजार में लंबे समय से Petrol इंजन स्कूटर का काफी दबदबा है। वहीं, यह काफी समय से मार्केट में बिक रहे हैं। आइए जानते हैं कि इलेक्ट्रिक और पेट्रोल स्कूटर में से कौन-सा बेस्ट है और किसे खरीदना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।
Petrol Scooter
यह Scooter पेट्रोल के फ्यूल पर चलता है। जिसका इस्तेमाल वर्षों से व्यापक रूप में किया जा रहा है। यह छोटी दूरी का सफर तय करने के लिए एक सुविधाजनक और कुशल तरीका है। इसमें पेट्रोल से चलने वाला इंजन होता है। इंजन को पेट्रोल से फ्यूल मिलता है, फ्यूल के टैंक को आमतौर पर सीट के नीचे दिया जाता है। Petrol Scooter एक लीटर में लगभग 50 km से 60 km के बीच का माइलेज देते हैं।

Electric Scooter
इसे आपतौर पर E-Scooter के नाम से जाना जाता है। यह पूरी तरह से इलेक्ट्रिक मोटर पर चलती है। इसे छोटी दूरी की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है। इसने हाल के वर्षों में परिवहन के सुविधाजनक और पर्यावरण-अनुकूल साधन के रूप में लोकप्रियता हालिस की है। वहीं, यह रिचार्जेबल बैटरी पर चलते हैं। जिससे फ्यूल की जरूरत नहीं पड़ती है और कार्बन का उत्सर्जन भी बहुत कम होता है। इन स्कूटरों को भीड़-भाड़ वाले शहरी इलाकों में या छोटी यात्राओं को पूरा करने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।

Electric Scooter vs Petrol Scooter
- Electric Scooter रिचार्जेबल बैटरी के जरिए चलती है, जबकि Petrol Scooter फ्यूल से चलने वाले इंजन पर निर्भर होते हैं।
- Electric Scooter वायु प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में योगदान करते हैं। वहीं, Petrol Scooter से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण को बढ़ाता है।
- इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटर की तुलना में बहुत ही शांत तरीके से चलते हैं। इनके इलेक्ट्रिक मोटर कम शोर पैदा करते हैं। वहीं, पेट्रोल स्कूटर अपने दहन इंजन के कारण इंजन काफी शोर करते हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है।
- ईंधन खपत के मामले में Electric Scooter ज्यादा किफायती हैं। इन्हें चार्ज करना Petrol Scooter की तुलना में सस्ता पड़ता है। वहीं, पेट्रोल स्कूटर की लागत इलेक्ट्रिक की तुलना में ज्यादा होती है।
- इलेक्ट्रिक स्कूटर का रखरखाव काफी आसान है। इनकी बैटरी रखरखाव की जरूरत होती है, जैसे कि चार्जिंग और समय-समय पर बैटरी का बदलना। वहीं, पेट्रोल स्कूटर की बात करें तो इनका रखरखाव इलेक्ट्रिक से ज्यादा होता है। समय-समय पर तेल बदलने, स्पार्क प्लग बदलने और दूसरे रखरखाव कार्यों की जरूरत होती है।
- इलेक्ट्रिक स्कूटर सिमित रेंज के साथ आती है, जो बैटरी क्षमता पर निर्भर होती है। इसके साथ ही इनकी टॉप स्पीड भी सीमित होती है। पेट्रोल स्कूटर अधिक गति प्राप्त कर सकते हैं। इनमें बड़ें फ्यूल टैंक होते हैं, जिन्हें फिल करवाने के बाद लंबी दूरी तय की जा सकती है।
आने वाले वर्षों में Electric Scooter को भारतीय बाजार में बड़ी हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है। वहीं, लगातार बढ़ती पेट्रोल की कीमतों की वजह से भी लोग इसकी तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। दोनों ही स्कूटर के अपने-अपने फायदे हैं। हाल में शहरी इलाकों में इलेक्ट्रिक स्कूटर लोग लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वहीं, ग्रामिण इलाकों में अभी लोग Petrol Scooter लेना पसंद कर रहे हैं।