Motilal Oswal Mutual Fund ने Motilal Oswal Manufacturing Fund लॉन्च किया है, जो मैन्युफैक्चरिंग थीम पर आधारित एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। यहाँ पर हम Motilal Share Price की भी बात करने वाले हैं। इस स्कीम का नया फंड ऑफर या NFO 19 जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया और यह 2 अगस्त को बंद होगा।
Scheme का निवेश उद्देश्य
इस स्कीम का निवेश उद्देश्य मुख्य रूप से Manufacturing गतिविधि में लगी कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करके लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि हासिल करना है।
इस Index के मुकाबले किया गया है बेंचमार्क
इस Scheme को Nifty India Manufacturing Total Return Index के मुकाबले बेंचमार्क किया गया है. इस स्कीम का प्रबंधन अजय खंडेलवाल, निकेत शाह, संतोष सिंह, अतुल मेहरा, राकेश शेट्टी और सुनील सावंत करेंगे।
यह Scheme Growth औरIDCW ऑप्शन के साथ रेगुलर और डायरेक्ट दोनों तरह की स्कीम पेश करेगी। आवंटन की तारीख से तीन महीने पहले या उससे पहले भुनाने पर 1% का एग्जिट लोड लागू होगा और आवंटन की तारीख से तीन महीने बाद भुनाने पर एग्जिट लोड शून्य होगा। विनियमन 52 (6) (सी) के तहत अधिकतम स्वीकार्य कुल व्यय अनुपात (टीईआर) 2.25% तक है।
Motilal Share Price: न्यूनतम आवेदन राशि
निवेश के लिए न्यूनतम आवेदन राशि 500 रुपये है और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में है। साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक एसआईपी के लिए, न्यूनतम आवेदन राशि 500 रुपये है और उसके बाद 1 रुपये के गुणकों में न्यूनतम 12 किस्तों के साथ है।
यहां होगा निवेश
यह Scheme मैन्युफैक्चरिंग थीम में लगी कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में 80-100%, विनिर्माण विषय में लगी कंपनियों के अलावा अन्य कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में 0-20%, डेब और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स (नकद और नकद समकक्षों सहित) में 0-20%, REITs और InvITs द्वारा जारी यूनिट में 0-10% और म्यूचुअल फंड की यूनिट में 0-5% निवेश करेगी।
इस स्कीम का उद्देश्य मैन्युफैक्चरिंग के विविध क्षेत्रों में इनवेस्ट करना है। यह स्कीम उन कंपनियों के शेयरों में इनवेस्टमेंट करने के लिए बनाई गई है, जिनमें मैन्युफैक्चरिंग थीम से लाभ उठाने की उच्च क्षमता है। यह योजना एक्टिव इनवेस्टमेंट रणनीति का पालन करेगी। इस स्कीम का उद्देश्य ऐसी कंपनियों में निवेश करना भी है, जिन्हें सरकारी प्रोत्साहनों और भारत में उपलब्ध संपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग अवसर से लाभ मिलने की संभावना है।
Note : विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।